लखनऊ: पूरे मुल्क हिंदुस्तान में बढ़ते को रोना के मामले के मद्देनजर इलाहाबाद हाईकोर्ट ने तत्काल चुनाव आयोग और प्रधानमंत्री मोदी से यूपी चुनाव टालने और रैलियों पर तुरंत पाबंदी लगाने का आग्रह किया है।
वास्तविक हाई कोर्ट के जज शेखर यादव ने आग्रह करते हुए कहा है कि जान है तो जहान है ।अगर रैली को नहीं रोका गया तो परिणाम दूसरी लहर से भी बद से बदतर होंगे। यूपी चुनाव 1 से 2 महीने टाले जाएं चुनावी रैलियां फौरन सख्त पाबंदी लगे। कोर्ट ने जमानत याचिका पर यह सुनवाई के दौरान आग्रह किया।
न्यायाधीश ने यह टिप्पणी इशारा करते हुए कहा कि अदालत में नियमित रूप से भीड़ भी होती है क्योंकि प्रतिदिन सैकड़ों मामले सूचीबद्ध होते हैं और बड़ी संख्या में लोग सामाजिक दूरी का पालन भी नहीं करते हैं।
न्यायाधीश ने कहा कि कोवड की तीसरी लहर संभावनाएं अधिक है क्योंकि नए वैरीअंट ओमी क्रोन के मामले अधिक बढ़ रहे हैं।
उन्होंने कहा कि पूर्व में यूपी ग्राम पंचायत चुनाव और बंगाल विधानसभा चुनाव में बहुत से लोगों को संक्रमित किया जिससे कई मौतें हुई राजनीतिक दल आगामी यूपी विधानसभा चुनाव के लिए रैलियों और सभाओं का आयोजन कर रहे हैं और आयोजन में कोविड प्रोटोकॉल का पालन करना असंभव सा है।
न्यायाधीश जाधव ने चुनाव आयोग से विधानसभा चुनावों के लिए किसी भी प्रकार की रैलियों और आम सभा पर रोक लगाने और राजनीतिक दलों के दूरदर्शन या दैनिक समाचार पत्र के माध्यम से प्रचार करने का निर्देश देने का भी अनुरोध किया है। उन्होंने संविधान के अनुच्छेद 21 का हवाला देते हुए कहा कि सभी भारतीयों को जीवन जीने का अधिकार है।