पंजाब मैं पिछले दो-तीन दिनों से आदमी के दो घटनाओं के मामला सामने आए हैं पहला घटना स्वर्ण मंदिर से आया और दूसरा कपूरथला के एक गुरुद्वारे से आया।
यह दोनों ही घटना सनसनीखेज और हृदय विदारक है क्योंकि दोनों ही जगह पर आरोपियों को उग्र भीड़ ने पीट-पीटकर मार डाला मौके ए बरदाते पर। घटना संवेदनशील और असहज है ।इस मामले में धार्मिक भावनाओं को आहत करने की बात तो सभी दलों ने की लेकिन लिंचिंग शब्दकोश की जुबान पर नहीं चढा।
घटना के 10 घंटा बाद कांग्रेस के बड़े लीडर राहुल गांधी ने ट्वीट के जरिए लिंचिंग शब्द का इस्तेमाल किया और मोदी सरकार पर सीधे लिंचिंग वाला वार किया। बदले में बीजेपी ने भी आनन-फानन में 84 वाला पलटवार किया ।दोनों तरफ से शब्दों का वान जारी है।
कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने ट्वीट करते हुए कहा कि 2014 से पहले “लिंचिंग “शब्द सुनने को नहीं मिलता था और लिखा # थैंक्यू मोदी जी कांग्रेस के पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष राहुल गांधी ने एक लाइन ट्वीट का किया पूरे देश में राजनीतिक संग्राम छिड गया।
फिर क्या था तेरी लिंचिंग मेरी लिंचिंग सियासतदाने ने राजनीतिक में सियासी तलवार खींच गई क्योंकि चुनावी मौसम में इसकी शुरुआत राहुल गांधी ने की लिंचिंग शब्द के जरिए बीजेपी को ट्विटर से घेरा।
लिंचिंग का मतलब भीड तंत्र के हाथों बेरहमी से पीट-पीटकर हत्या करने वाले भारी-भरकम शब्द का इस्तेमाल किया। मीडिया वाले ने आनन-फानन ट्विटर के संदर्भ में पूछ डाला सवाल पूछने पर पत्रकारों पर ही वे भड़क उठे।
एक बात तो तय है कि राहुल का निशाना 2014 में सत्ता में आई मोदी सरकार है लिंचिंग पर राहुल ने हिंदी और अंग्रेजी में ट्वीट किया लाइक कमेंट चर्चा होने लगी तो बीजेपी की तरफ से आईटी टीम का प्रभारी अमित मालवीय ने मोर्चा संभाला।
राहुल के बार पलटवार मे बीजेपी ने भी जोरदार और धारदार पलटवार किया । बीजेपी वाले भी कहां चूकने वाले थे उन्होंने लिंचिंग को लेकर 84 सीखे दंगा समेत दंगों की पूरी लिस्ट ही खंगाल ली और पूर्व प्रधानमंत्री राजीव गांधी तक को घेर लिया।
अमित मालवीय ने लिखा मॉब लिंचिंग के जन्मदाता पूर्व प्रधानमंत्री राजीव गांधी से मिलिए जो सिखों के नरसंहार को उचित बता रहे हैं इस ट्वीट के साथ वीडियो भी शेयर किया गया और उसमें कहते हैं कि जब भी कोई बड़ा पेड़ गिरता है तो धरती थोड़ी हिलती है।
अब सत्ता पक्ष एक दूसरे को घेरने का मौका नहीं छोड़ना चाहती है जुवानी जंग जारी है राहुल गांधी के ट्वीट पर घमासान से पहले तक के सभी दलों ने इन दोनों मामले पर चुप्पी साध रखी थी। पंजाब से दिल्ली तक सन्नाटा पसरा था जो अब टूटा है।।