विश्व के दूसरे सबसे जनसंख्या वाले मूलक भारत कातिल कोरोना वायरस के बढते हुए स्वरूप ओमीक्रोन संक्रमित लोगों की संख्या सौ से पार हो जाना गंभीर चिंता बात भले ना हो , आशंका जाहिर की जा रही है कि वायरस संक्रमण तीसरी लहर का कारण न बन जाए। यह गंभीर आशंका की बड़ी वजह है कि दुनिया के कुछ अन्य देशों में ओमीक्रोन संक्रमित लोगों की संख्या तेजी से वृद्धि हो रही है, ओमीक्रोन घातक तो नहीं है मगर यह तेजी से फैलता है।
इन्हीं कारणों से भारत सरकार के स्वास्थ्य मंत्रालय ने लोगों को भीड़ से दूर रहने का आगाह किया है बेवजह यात्रा न करने और सामूहिक समारोह के आयोजन से बचने की सलाह दी है।
उसने यह भी कहा कि नए साल के जश्न पर बड़े आयोजन से बचा भी जाए और सामूहिक आयोजन ना की जाए। इस पर गंभीरता से ध्यान देने की जरूरत है। क्योंकि इन दिनों सामाजिक, सांस्कृतिक, वैवाहिक, और धार्मिक आयोजन तो हो रहे हैं और भारत के सबसे बड़े जनसंख्या वाले राज्य यूपी में अन्य पांच राज्यों में राजनीतिक रैलियां का जोर -सोर आजमाइश चल रहा है क्योंकि यहां विधानसभा के चुनाव होने हैं।
ना केवल राज्य सरकार बल्कि उनके प्रशासन को स्वास्थ्य मंत्रालय की सलाह पर गंभीरता से विचार करना चाहिए ,और आम लोग को भी इसकी उपयोगिता इसलिए बढ़ गई है कि लोग भीड़-भाड़ ,बस , रेलवे स्टेशन आदि सामूहिक जगह पर मास्क का उपयोग नहीं कर रहे हैं मास्क की उपस्थिति नगण्य बराबर है। सामाजिक और धार्मिक स्थलों पर शारीरिक दूरियां के सतर्कता का परिचय नहीं दिया जा रहा है।

Sanitizer का इस्तेमाल लगभग बंद हो चुका इन विषम परिस्थितियों में नये सिरे से चेतने की आवश्यकता है। संक्रमण से बचने के लिए पूर्व में जितने भी उपाय किए गए थे उनको फिर से अमल में लाना होगा।
इस पर जोर-शोर दिया जाना चाहिए, यदि संक्रमण ने फिर से पैर पसारे तो ना चाहते हुए भी प्रतिबंधों का सहारा लेना पड़ सकता है। इससे आर्थिक व्यापारी के गतिविधियों पर बुरा से बुरा असर पड़ेगा और यदि ऐसा हुआ तो उसके दुष्परिणाम आम जनता को भुगतने पड सकता है अर्थव्यवस्था फिर से नीचे चला जाएगा जिससे लोगों को मिल रहे काम धंधा -चौपट हो जाएगा।
सरकार के साथ आम जनता को भी यह सुनिश्चित करना होगा कि संग्रामण बेलगाम ,बेपनाह ना हो जाए और तीसरी लहर ना आने पाए। आम, आवाम, खास को इसकी लापरवाही नहीं करनी चाहिए क्योंकि कोविड का लहर अभी समाप्त नहीं हुआ है। प्रतिदिन देश में 7000 के आसपास संक्रमण के मामले आ रहे हैं और कुछ लोग की मौत भी हो रही है यह एक गंभीर विषय है ।136 को लोगों को खुराक दी जा चुकी है यह संतोष जताया जा सकता हैं जो लोग टीके नहीं लगवाए हैं उनको आगे आने की जरूरत है।
नि :संदेह इसका भी फैसला जल्द होना चाहिए कि बूस्टर डोज की आवश्यकता पड़ेगी या नहीं? और साथ-साथ या अभी अध्ययन होना चाहिए कि मौजूद टीके ओमीक्रोन के संक्रमण से बचाव में सहायक है या नहीं?
ओमीक्रोन के बढ़ते संक्रमण को देखते हुए स्वास्थ्य मंत्रालय ने आगाह किया है कि बेहद जरूरी ना होने पर यात्रा न करें और भीड़भाड़ वाले आयोजन से बचें ।