नजारत नाजिर का कहर– समावेशी व विकसित बिहार के लोकप्रिय मुख्यमंत्री के गृह जनपद जिला नालंदा के थरथरी प्रखंड के तेजस्वी प्रतिभावान, तेजतर्रार ,ऊर्जावान लोकप्रिय अंचल पदाधिकारी गरिमा गीतिका को दलालों और बिचौलियों के द्वारा एक सोची समझी साजिश व सुनियोजित तरीकों से फंसाने का काम किया जा रहा है इसमें अंचल के नाजिर का भी मिलीभगत है। ऐ सारे साजिश नाजिर के इर्द-गिर्द रह रहे दलालों और बिचौलियों के सहयोग से किया जा रहा है।
नाजिर अपने अंचल कार्यालय मे वर्चस्व कायम करने के लिए मर्यादा को भुल रहे हैं। गरिमा गीतिका 2020 मे पदभार ग्रहण की थी अपनी काम को ईमानदारी पूर्वक निर्वहन कर रही है सभी कर्मचारियों के साथ मिलकर अंचल कार्यालय का कार्य सुचारू ढंग तेज गति से त्वरित निष्पादन किया जा रहा हैं।
इनके कार्य से प्रखंड वासियों में अच्छा संदेश गया है प्रखंड वासि इनके कार्यशैली से काफी संतुष्ट है इनके जनता से मिलने का तौर तरीका ईमानदारी और मृदुभाषी का चर्चा पूरे प्रखंड में है ।यहां दलालों और बिचौलियों की मौजूदगी से सुशासन की सरकार पर प्रश्नचिन्ह खड़ा करता है। नाजिर के द्वारा सुशासन की सरकार में निर्दोष को दोषी और दोषियों को निर्दोष साबित करने की साजिश किया जा रहा है अंचलाधिकारी को गलत -सलत आरोप लगाकर बदनाम करने की साजिश किया जा रहा है गलत आरोप लगाकर इनका वेतन भी बंद कर दिया गया जिला अधिकारी के द्वारा। लोक सूचना अधिकार अपीलीय प्राधिकारी के द्वारा इन पर जुर्माना भी किया गया है सूत्र से पता चलता है कि सारे आरोप बेबुनियाद और निराधार हैं इनको षड्यंत्र रच कर फंसाए जाने का भी साजिश हो रहीहै क्या यह न्यायोचित है।
अंचलाधिकारी पर गलत आरोप लगाकर काम में बाधा डालने का काफी प्रयास किया जा रहा है जिससे विकास के कार्य अवरुद्ध हो रहे हैं ।
नजारत नाजिर के द्वारा आपदा कोष व अन्य कार्यों में काफी राशि की वसूली की जाती है इसि का विरोध इमानदार अंचलाधिकारी कर रही हैं ।
सर्व सुलभ अंचलाधिकारी पर षडयंत्र एवं सुनियोजित तरीका से केस करने का भी तैयारी की जा रही है
ճ यह एक गंभीर विषय हैं एक स्वच्छ, निष्पक्ष और अधिकारी को प्रताड़ित और मेंटल डिस्टर्ब कर रहा है क्या यह न्याय संगत बात है ।प्रक्रिया ही दंड हैं।((Process is punishment)
✍️नालंदा से ललन प्रसाद के साथ राहुल खन्ना की रिपोर्ट