पुलवामा में आतंकियों ने मंगलवार को ग्रेनेड हमला किया। यह हमला मुख्य चौक पर तैनात सुरक्षाबलों को निशाना बनाकर किया गया था। हालांकि ग्रेनेड सड़क पर जाकर फटा, जिसकी जद में आने से तीन स्थानीय नागरिक घायल हो गए। उन्हें उपचार के लिए नजदीकी अस्पताल ले जाया गया है। उधर, हमला करने के बाद फरार हुए आतंकियों की तलाश में इलाके की घेराबंदी कर अभियान चलाया जा रहा है।
आतंकी संगठनों ने अपनी रणनीति में बदलाव किया है। वह हिट एंड रन के साथ-साथ ग्रेनेड हमलों को अंजाम देने की साजिश रच रहे हैं ताकि सुरक्षाबलों को नुकसान पहुंचाया सकें। इतना ही नहीं ऐसी घटनाओं को ओवर ग्राउंड वर्करों (ओजीडब्ल्यू) और हाइब्रिड आतंकियों द्वारा अंजाम दिया जा रहा है ताकि अगर उनमें से कोई मारा या पकड़ा भी जाता है तो आतंकी संगठनों को ज़्यादा बड़ा धक्का न लगे।
कश्मीर में आतंकवादी समर्थकों की बढ़ती संख्या के बारे में डीजीपी ने पहले भी यह कहा था कि पुलिस ओजीडब्ल्यू सहित आतंकियों और उनके समर्थकों के खिलाफ सख्ती से कार्रवाई करेगी। उन्होंने कहा था कि यह ओजीडब्ल्यू ही हैं जो चुनिंदा हत्या करने के लिए पिस्तौल उठाते हैं और निर्दोष नागरिकों को निशाना बनाने के लिए ग्रेनेड हमले करते हैं। हम उनके खिलाफ बहुत कड़े कदम उठा रहे हैं। बता दें कि कश्मीर में हाइब्रिड आतंकियों की मौजूदगी ने सुरक्षाबलों के कान खड़े कर दिए हैं। सुरक्षाबलों के लिए यह नई चुनौती है। स्लीपर सेल की तरह के ये पार्ट टाइम आतंकी निहत्थों को निशाना बना रहे हैं। कश्मीर में हाल ही में हुईं नेताओं व पुलिसकर्मियों की हत्याओं में हाइब्रिड आतंकी शामिल थे।