बिहार / मुजफ्फरपुर
पंकज कुमार सिंह
जिले के गोबरसही चौक के समीप एक निजी होटल के सभागार में शहीद वंशी चाचा सामाजिक विकाश परिषद बिहार के संरक्षक व राय बहादुर टुनकी शाह के पोता स्वर्गीय नंद कुमार साह उर्फ नंदू बाबू के सम्मान में शहीद वंशी चाचा सामाजिक विकाश परिषद की ओर से श्रद्धांजलि सभा का आयोजन किया गया ।
इसमें पूर्व मंत्री सुरेश शर्मा , कुढ़नी विधायक केदार प्रसाद गुप्ता , विकाश गुप्ता, पड़ैया अख्तियारपुर के मुखिया उदय कुमार साह, डॉ नवीन कुमार , अनिल गुप्ता, सामाजिक कार्यकर्ता कृष्ण मुरारी (मुरलीजी) सचिव कृष्ण कांत कुमार, सामाजिक कार्यकर्ता जन्ननाथ साह समेत कई गणमान्य लोग उपस्थित रहे ।
इस अवसर पर सभागार में उपस्थित सभी ने उनकी तस्वीर पर पुष्प अर्पित कर श्रद्धांजलि दी।
इस दौरान वहां मौजूद लोगों ने नंदू बाबू के सपने को साकार करने का वचन लिया वहीं पूर्व मंत्री सुरेश शर्मा ने कहां की नंदू बाबू ने सौंदर्य और स्वच्छ शहर बनाने का सपना देखा था लेकिन इसे बीच रास्ते में छोड़ कर हम लोगों को अलविदा कह गए ।
हम लोग वचन लेते हैं कि उनके इस सपने को पूरा करेंगे वहीं मेयर प्रत्याशी विकास गुप्ता ने नंदू बाबू के व्यक्तित्व पर प्रकाश डालते हुए कहा कि हम लोग वचन लेते हैं कि शहर को भ्रष्टाचार मुक्त बनाएंगे नंदू बाबू हमेशा गरीब मजदूरों के उत्थान के लिए काम किए हैं हम लोग भी गरीब एवं मजदूरों के उत्थान हेतु काम करने के लिए वचनबद्ध है।
कुढ़नी विधायक केदार प्रसाद गुप्ता ने बताया कि
स्वर्गीय नंदू बाबू शाहिद वंशी चाचा सामाजिक विकाश परिषद बिहार के संरक्षक थे और राय बहादुर टुनकी शाह के पोता भी थे वह हमेशा सर्व समाज के लिए काम करते रहे चाहे शिक्षा जगत में हो चाहे स्वास्थ्य जगत में हो ।
साथ ही उन्होंने बताया कि नॉर्थ बिहार के नामी ग्रामी गॉड मदर इंटरनेशनल स्कूल एवम राय बहादुर टुनकी शाह कॉलेज का स्थापना किया।
साथ साथ उन्होनें बताया कि नंदू बाबू हमेशा के गरीब गुर्बा की आवाज उठाने का काम करते थे नगर निकाय चुनाव में महा महापौड़ पद के लिए नामांकन करने से पूर्व बाबा गरीब नाथ मंदिर में पूजा करने पैदल अपने प्यारे जनता मालिक के साथ गए इसी क्रम में उनके पैर में कुछ चुभ जाने को लेकर वे धीरे धीरे बीमार पड़ते चले गए और चल रहे इलाज के दौरान अपने प्यारे मुजफ्फरपुर वासियों को अलविदा कह गए।
आज पूरा मुजफ्फरपुर नंदू बाबू की याद में कराह रहा है।
आज वे होते तो महापौड़ की माला उनके गले होता उनके चुनाव नही लड़ने के कारण मुजफ्फरपुर के महापौड़ निर्मला साहू व उप महापौड़ डॉ मोनालिसा बनी।