समस्तीपुर, समस्तीपुर के मोहनपुर ओपी क्षेत्र के राजपुर जौनपुर के एक पिता ने अपने पुत्र की हत्या की आशंका जताई है जिसको लेकर उन्होंने मोहनपुर थाने में प्राथमिकी दर्ज कराते हुए मामले में पुलिस से जल्द से जल्द जांच कर दोषियों के खिलाफ कार्रवाई करने की मांग की है। हालांकि एक हफ्ता से ऊपर का वक्त गुजर जाने के बाद भी अब तक पुलिस के हाथ कोई सुराग नहीं लगा है। ऐसे में पुलिस के शिथिल रवैया से अब परिजनों को निराशा होने लगी है। हालांकि अन्य मामलों की तरह पुलिस का इस मामले में भी वहीं रटा रटाया बयान है कि पुलिस मामले की तफ्तीश कर रही है और जल्द ही सच सामने आ जाएगा।
मामला 5 अक्टूबर 2022 विजयी दशमी के दिन का है जिसमें मोहद्दीनगर थाने को दिए गए आवेदन में समस्तीपुर के मोहनपुर ओपी क्षेत्र के राजपुर जौनपुर के रहने वाले सुधीर सिंह ने बताया है कि लगभग 3:30 बजे के आसपास उनके बेटे प्रत्यूष अमन उर्फ छोटे सरकार जिसकी उम्र 23 वर्ष है। उसके मोबाइल पर किसी अज्ञात व्यक्ति का फोन आया जिसके बाद वह अपने भतीजा के साथ घर से निकल गया। कुछ ही देर बाद भतीजा वापस आया और बताया कि अमन को एक युवक और उसके कुछ अज्ञात साथी मिलकर बेरहमी से पीट रहे हैं। सूचना मिलते ही परिवार के लोग भी भागे भागे मौके पर पहुंचे जहां मारपीट की घटना को उन्होंने अपनी आंखों से देखा। इस घटना में प्रत्यूष अमन के सर पर लोहे के रोड से वार किया गया था जिससे वह बुरी तरह से जख्मी हो गया था।
परिजनों ने घायल अवस्था में प्रत्यूष अमन उर्फ छोटे सरकार को स्थानीय प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र में इलाज के लिए भर्ती कराया जहां प्राथमिक उपचार के बाद स्थिति को गंभीर देखते हुए चिकित्सकों ने उसे बेहतर इलाज हेतु पीएमसीएच रेफर कर दिया। हालांकि गंभीर रूप से जख्मी प्रत्यूष अमन को जब परिजन लेकर पटना पीएमसीएच पहुंचे तो वहां चिकित्सकों ने उसे मृत घोषित कर दिया। पोस्टमार्टम के बाद पुत्र के शव का अंतिम संस्कार करने के बाद परिजनों ने रौनक कुमार सहित अन्य आरोपियों के खिलाफ थाने में लिखित आवेदन देकर मामले की जांच करते हुए उचित कार्रवाई करने की बात कही है और आशंका जताई है कि जानबूझकर उनके पुत्र की हत्या की गई है।
परिजनों की माने तो प्राथमिकी दर्ज किए जाने के बाद भी पुलिस इसे दुर्घटना के नजरिए से देख रही है जिसके कारण अभी भी आरोपी पुलिस की पकड़ से बाहर हैं और परिजनों को किसी अन्य अनहोनी का खतरा सता रहा है। ऐसे में परिजनों ने पुलिस की शिथिल कार्यशैली पर सवाल उठाते हुए जल्द से जल्द दोषियों को चिन्हित कर मामले में उचित कार्रवाई करने की मांग की है। हालांकि जांच तो पुलिस को ही करना है। ऐसे में देखने वाली बात यह होगी कि क्या पुलिस सच का पता लगा पाएगी या फिर इसे एक्सीडेंट का मामला बताकर पूरे मामले को ही रफा-दफा कर देगी।