पटना: लोकसभा चुनाव 2024 को लेकर भाजपा को केंद्र की सत्ता से बेदखल करने को लेकर तमाम विपक्षी दलों ने तैयारियां शुरू कर दी हैं। इसी को लेकर तेलंगाना के मुख्यमंत्री के चंद्रशेखर राव ने बुधवार (31 अगस्त, 2022) को बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार, पूर्व मुख्यमंत्री लालू यादव और बिहार के डिप्टी सीएम से मुलाकात की। जिसके बाद नए मोर्चे के गठन को लेकर अटकलें तेज हो गई हैं। नीतीश कुमार ने इस महीने की शुरुआत में राजद-कांग्रेस गठबंधन के साथ सरकार बनाने के लिए एनडीए से नाता तोड़ लिया था।

बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ( Bihar CM Nitish Kumar) ने बुधवार को केंद्र की भाजपा नीत सरकार (BJP Lead Govt) को आड़े हाथ लेते हुए विकास कार्यों के बजाए केवल प्रचार-प्रसार में लगे रहने का आरोप लगाया और बिहार को विशेष राज्य का दर्जा दिए जाने की अपनी मांग के प्रति संवेदनशीलता की कमी को लेकर नाखुशी जताई.
मुख्यमंत्री नीतीश कुमार कुमार ने पटना में आयोजित एक कार्यक्रम के दौरान यह बात कही और इस दौरान तेलंगाना के मुख्यमंत्री के. चंद्रशेखर राव भी मंच पर मौजूद रहे.
समारोह के दौरान राव की ओर मुखातिब होते हुए नीतीश कुमार ने कहा, आपने इतने बड़े-बड़े काम किए हैं, पर कैसे कोई आपकी आलोचना कर सकता है, यह मेरी समझ से परे है. कुमार के भाषण से पहले राव ने लद्दाख की गलवान घाटी में चीनी सैनिकों के साथ गतिरोध में शहीद हुए बिहार के पांच सैनिकों के परिजनों को 10-10 लाख रुपए और हैदराबाद में आग की घटना में मारे गए बिहार के 12 प्रवासी मजदूरों के परिवार के सदस्यों को पांच-पांच लाख रुपए के चेक प्रदान किए.

मुख्यमंत्री नीतीश कुमार कुमार ने पटना में आयोजित एक कार्यक्रम के दौरान यह बात कही और इस दौरान तेलंगाना के मुख्यमंत्री के. चंद्रशेखर राव भी मंच पर मौजूद रहे. कुमार ने राव द्वारा शहीद सैनिकों के परिजनों को अनुग्रह राशि दिए जाने को अनुकरणीय करार दिया। गौरतलब है कि नीतीश कुमार ने हाल में भाजपा का साथ छोड़कर 7 दलों के महागठबंधन में शामिल होकर बिहार में एक नई सरकार बनाई है. तेलंगाना के मुख्यमंत्री के बिहार आगमन को विपक्षी एकता की दिशा में बढ़ाए गए कदम के तौर पर देखा जा रहा है.

तेलंगाना के मुख्यमंत्री ने अपने संक्षिप्त भाषण के दौरान बिहार को क्रांति की भूमि करार देते हुए कहा कि उनका गृह राज्य गोदावरी नदी की भूमि है, जिसे दक्षिण की गंगा कहा जाता है.नीतीश कुमार ने आंधप्रदेश से अलग तेलंगाना राज्य बनाए जाने के लिए किए गए राव के प्रयासों का उल्लेख करते हुए कहा, तेलंगाना के गठन के लिए आप (राव) तो 2001 से ही संघर्ष कर रहे थे. आज लोग कुछ भी बातें करते हैं लेकिन आपने तेलंगाना को अलग राज्य का दर्जा दिलवाया है, ऐसे में वहां के लोग आपका साथ कैसे छोड़ेंगे.कुमार ने नरेंद्र मोदी सरकार द्वारा बिहार को विशेष राज्य का दर्जा देने की उनकी मांग को स्वीकार नहीं करने पर नाखुशी व्यक्त करते हुए कहा, जिनको कोई काम नहीं करना है, केवल प्रचार-प्रसार करना है, वैसे ही लोग इसतरह की बात करते हैं. कौन से काम किए गए हैं. कोई काम हो रहा है? अब राज्यों को केंद्र से मिलने वाली राशि घट रही है. पहले जितना मिलता था, उससे भी कम मिल रहा है. हम तो साथ गए थे पर अब फिर लौट आए हैं.मुख्यमंत्री ने कहा कि बिहार के एक पिछडा राज्य होने के बावजूद इसे विशेष राज्य का राज्य का दर्जा अबतक नहीं दिया गया. उन्होंने दावा किया कि विशेष राज्य का दर्जा मिला होता, तो बिहार के आगे बढने के साथ यह राज्य देश के विकास में अहम योगदान दे सकता था.
इस मौके पर बिहार के उपमुख्यमंत्री तेजस्वी प्रसाद यादव भी मौजूद थे.पिछले दिनों नीतीश कुमार ने राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन से अलग होकर भाजपा से नाता तोड़ लिया था. बाद में उन्होंने राष्ट्रीय जनता दल (राजद), कांग्रेस और वामपंथी दलों से हाथ मिला लिया और राज्य में महागठबंधन की सरकार बनाई. इस राजनीतिक उलट-फेर को भाजपा ने जनता से धोखा और जनादेश का अपमान बताया था. (input: bhasha)