घमापुर-रांझी सड़क चौड़ीकरण के लिए आज 7 मई को दूसरे दिन भी बुल्डोजर सक्रिय रहा। इस रोड के लिए प्रशासन किसी की नहीं सुन रहा है। क्षेत्र में गहमागहमी, विरोध, नेतागिरी के बीच बुल्डोजर चलता रहा। जिला प्रशासन,नगर-निगम सहित बड़ी संख्या में पुलिस बल लगा कर ये कार्रवाई की जा रही है।
7 मई को लगभग 35 चिन्हित स्थानों पर कार्रवाई की जा रही है। इसकी जद में आने वाले मकान-दुकानों पर बुल्डोजर चलाया जा रहा है। विरोध कोर्ट में दर्ज कराएं सड़क चौड़ीकरण के लिए कार्रवाई कर रहा प्रशासन इस दौरान किसी भी विवाद को झेलने तैयार नहीं है। नतीजा विरोध करने वालों और आपत्ति करने वालों को सीधे कोर्ट-कचहरी जाने का रास्ता सुझाया जा रहा है।
कार्रवाई में किसी तरह का विघ्न नहीं आ सके इसके लिए सुबह से ही कांचघर से घमापुर की ओर जाने वाले मार्ग को बंद कर दिया गया है। खास तौर पर पेट्रोल पम्प के पास पूरी तरह आवागमन बंद है। इसका नतीजा आने- जाने वालों को सरकारी कुआं से भानतलैया की ओर निकलना पड़ रहा है। इसके
चलते जाम की भी स्थिति बनी हुई है।
लोग खुद भी तोड़ रहे प्रशासन की कार्रवाई के बीच अतिक्रमण की जद में आने वाले स्वयं भी अपना
निर्माण तोड़ने में जुटे हुए हैं। बता दें कि कल भी दिन भर गहमागहमी और तनाव भरे माहौल में मां श्री शीतलामाई मंदिर तक के अतिक्रमण हटाए गए थे। इस दौरान समय अधिक हो जाने के कारण कार्रवाई रोकना पड़ गई थी।
इसके बाद सुबह से नगर-निगम का बुल्डोजर लगातार निर्माण तोड़ने में जुटा हुआ है। मामले पर नगर-निगम कमिश्नर आशीष वशिष्ठ का स्पष्ट कहना है कि यह कार्रवाई लगभग तीन साल से अटकी पड़ी थी। अतिक्रमण के कारण घमापुर-रांझी सड़क का निर्माण कार्य ही पूरा नहीं हो पा रहा था। अतिक्रमण शाखा के प्रभारी अधिकारी और उपायुक्त सागर बोरकर के मुताबिक कम लगभग 45 अतिक्रमण हटाए गए थे इस दौरान शेष रह गए करीब 30 अतिक्रमण आज हटाए जा रहे हैं।