भारतीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सोमवार को विश्व आर्थिक मंच को वर्चुअल संबोधित किया है। उन्होंने इस दौरान वैश्विक महामारी कोरोनावायरस को लेकर एवं क्रिप्टोकरंसी के ऊपर अपनी बात मजबूती से रखी मंच पर।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि “आज ग्लोबल आर्डर में बदलाव के साथ ही एक वैश्विक परिवार के तौर पर हम जिन चुनौतियों का सामना करते रहे हैं। वह भी बढ़ रही है इससे मुकाबला करने के लिए हर दिन हर वैश्विक एजेंसी द्वारा कलेक्टिव और सिंक्रोनाइज्ड की जरूरत है”।
ये सप्लाई चेन में बाधाएं मुद्रास्फीति और जलवायु परिवर्तन इन्हीं के उदाहरण हैं।
उन्होंने कहा कि क्रिप्टो करेंसी जिस तरह की टेक्नोलॉजी इससे जुड़ी है उसमें किसी एक देश द्वारा लिए गए फैसले उसकी चुनौतियों से निपटने में अपर्याप्त होगें । हमें एक सम्मान सोच रखनी होगी।
भारतीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि वैश्विक कातिल कोरोना महामारी के दौरान भारत के आईटी सेक्टर में दुनिया को तमाम देशों को बता दिया कि 24 घंटा काम कैसे किया जाता है। हिंदुस्तान पूरे विश्व में अधिक से अधिक इंजीनियरों को भेज रहा है।
आज हिंदुस्तान में विश्व के तीसरे नंबर के सबसे ज्यादा यूनिकाॅनस है। 10हजार से ज्यादा स्टार्टअप से पिछले 6 महीने में रजिस्टर्ड हुए हैं।
आज भारत के पास विश्व का बड़ा सुरक्षित और सफल डिजिटल पेमेंट्स प्लेटफॉर्म है ।सिर्फ पिछले महीने की ही बात करूं तो भारत में unified पेमेंट इंटरफेस के माध्यम से 4.4 बिलियन ट्रांजैक्शन हुए हैं।
प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि भारतीय युवाओं में आज ऑटोप्रेनयोरशिपएक एक नई ऊंचाइयों पर है। वही आज इनकी संख्या 60000 के पार हो चुकी है इसमें भी 80 से ज्यादा यूनिकॉर्नस हैं जिसमें से 40 से ज्यादा तो 2021 में ही बने हैं।