बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने भारी नाराजगी जताई है क्योंकि गणतंत्र दिवस की परेड से पश्चिम बंगाल की झांकी को बाहर किए जाने के केंद्र के फैसले को लेकर ।यह फैसला बेहद ही दुखदाई और हैरानी करने वाली है।
यह झांकी में स्वतंत्रा सेनानियों के योगदान को दिखाया जाना है ऐसे समय में केंद्र सरकार को परेड में शामिल नहीं किया जाना बेहद ही मर्माहत करना है स्वतंत्रा सेनानियों का। हालांकि ममता बनर्जी ने प्रधानमंत्री को पत्र लिखकर फैसले पर दोबारा सोचने का आग्रह किया है।
मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने लिखा है कि आगामी गणतंत्र दिवस की परेड से पश्चिम बंगाल सरकार की प्रस्तावित झांकी को बाहर किए जाने के अचानक लिए गए फैसले से मैं काफी दुखी और स्तब्ध हूं। यह भी हमारे लिए चौंकाने वाली बात है कि बिना कोई कारण बताए ही हमारी झांकी को खारिज कर दिया गया।
बनर्जी ने अपने दो पेज के पत्र में लिखा है कि प्रस्तावित झांकी में नेताजी सुभाष चंद्र बोस और उनके आईएएनए की 150वीं जयंती वर्ष के बारे में मूल रूप से दर्शाया जाना था। उनके योगदान की मनाने के लिए झांकी प्रस्तावित है। मुख्यमंत्री ने लिखा है” मैं आपसे विनम्र आग्रह करती हूं कि पश्चिम बंगाल की झांकी को 75 में गणतंत्र दिवस की परेड में जगह देने के फैसले के बारे में पुन: विचार करिए”।