Rajasthan के अलवर जिले में 15 साल की मूक बधिर बालिका से कथित रेप मामले में अशोक गहलोत सरकार ने सीबीआई जांच कराने का फैसला लिया है यह फैसला जनता के दवाव पर लिया गया है।
राजस्थान के लोकप्रिय मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने 16 जनवरी को वीडियो कांफ्रेंस से उच्च स्तरीय बैठक के बाद सीबीआई जांच कराने का अहम फैसला लिया है
कहां जा रहा है कि इस वीडियो कॉन्फ्रेंस में गृह राज्यमंत्री राजेंद्र सिंह यादव, मुख्य सचिव निरंजन आर्य, अतिरिक्त मुख्य सचिव अभय कुमार पुलिस निदेशक एमएलआर समेत पुलिस प्रशासन के वरिष्ठ अधिकारी मौजूद थे समय पर।
लोकप्रिय सरकार जल्द ही केंद्र सरकार को इसकी अनुशंसा भेजेगी। क्योंकि मुख्य विपक्षी दल भाजपा लगातार इसे मुद्दे को बार-बार उछाल कर सीबीआई से जांच करने की मांग कर रही थी और इसी के आड़ में आंदोलन करने पर उतारू हो चुकी थी ।आंदोलन किया भी जा रहा था।
विपक्षी नेता पुलिस कार्रवाई को लेकर बराबर सवाल भी खड़े कर रहे थे ,11 जनवरी रात अलवर की तिजारा पुलिया पर पीड़ित खून से लथपथ और गंभीर स्थिति में मिली थी। पीड़िता का इलाज जयपुर के एक सरकारी अस्पताल में जारी है।
सूत्रों के हवाले से यह भी कहां जा रहा है कि इस गंभीर मामले में अभी तक किसी की गिरफ्तारी नहीं हुई है मेडिकल रिपोर्ट और अभी तक मिले तकनीकी साक्ष्य के आधार पर पुलिस का कहना है कि सेक्सुअल पेनिट्रेशन वजाइनल और पेनिट्रेशन की पुष्टि नहीं हुई है।
इधर जबकि पीड़िता की मां को कहना है कि “उनकी बेटी के साथ गलत काम तो हुआ है”।
इस मामले में राजस्थान के विपक्षी भाजपा सरकार ने 17 और 18 जनवरी को राज्य भर में व्यापक विरोध प्रदर्शन धरणा आदि की घोषणा कर रखी है।