पूरे मुल्क हिंदुस्तान में अगले महीने कोरोना वायरस के मामले पीक पर पहुंच सकते हैं ऐसा अनुमान है, भारत में प्रतिदिन 5 लाख केस सृजन होंगे।
यह बात अमेरिका के स्वास्थ्य विशेषज्ञ डॉक्टर की स्टाफ और बुरे ने कही है वह वाशिंगटन में स्वास्थ्य मेट्रिक्स और मूल्यांकन संस्थान के निदेशक हैं उन्होंने कहा कि देश में डेल्टा के मुकाबले ओमीक्रोन काम गंभीर होगा।
फिलहाल देशभर में ओमीक्रोन कारण मामले में बड़ा उछाल देखने को मिल रहा है। जिससे साफ संकेत है कि तीसरी लहर शुरू हो चुकी है डॉक्टर मूरे ने कहा आप उम्मीद ओमीक्रोन की लहर में प्रवेश कर रहे हैं ।दुनिया के बाकी देशों की तरह और हम इस बात की आशंका है कि पीक के दौरान प्रतिदिन बड़ी संख्या में मामले आएंगे।
भारत के ज्यादातर विशेषज्ञ ने कहा कि देश के पास हाइब्रिड की मिनिटी है तो ऐसे में ओमीक्रोन कम गंभीर होगा।
इस पर डॉ मुरे ने कहा, हमें दक्षिण अफ्रीका जैसे देशों से पता चला है कि टीकाकरण के चलते बीमारी की गंभीर स्थिति से बचने में मदद मिलती है,
इससे मौत या फिर अस्पताल में भर्ती होने का खतरा भी कम होता है। इसलिए हमें लगता है कि भारत में भी ओमिकरों उनके बहुत मामले आएंगे लेकिन डेल्टा की लहर के मुकाबले अस्पतालों में कम लोग भर्ती होंगे और कब मौत भी होगी।
वैरीअएट के चलते गंभीर स्थिति और अस्पताल में मरीजों के भर्ती होने की दर पर पूछे गए सवाल के जवाब में डॉक्टर ने कहा हमें लगता है कि संक्रमण 85.2 फ़ीसदी मामले में कोई लक्षण दिखाई नहीं देंगे ।यह बिना लक्षण वाले मामले होंगे लेकिन इनमें से भी हमें लगता है कि कई लोग अस्पताल में भर्ती हो सकते हैं और मौत हो सकती है।
ऐसे मैं भारत में डेल्टा लहर से तुलना करें तो अस्पतालों में लोगों के भर्ती होने की दर एक चौथाई होगी और डेल्टा की लहर के मुकाबले मौत भी कम होगी।
कुछ विशेषज्ञों को मानना है कि ओमीक्रोन वेरिएंट के फैसले से नए म्यूटेशन पैदा हो सकते हैं इस बारे में बात करते हुए डॉक्टर मूरे ने कहा म्यूटेशन की बात करें तो वह कम भी हो सकते हैं तो बीमारी जितनी फइलें गी म्यूटेशन का खतरा उतना ही ज्यादा होगा।