हाल ही चर्चा में आई कांग्रेस नेता रीता यादव को सोमवार देर रात बदमाशों ने गोली मार दी ।प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को सुल्तानपुर में काला झंडा दिखाकर की थी विरोध। गोली उनको पैर में लगी है घायल अवस्था में सीएचसी लंभुआ में भर्ती कराया गया। डॉक्टर ने गंभीर हालत देखते हुए उन्हें जिला अस्पताल में रेफर कर दिया है। लंभुआ सीईओ सतीश चंद्र शुक्ला ने मौके पर पहुंचकर घटना की जानकारी ली और जांच पड़ताल शुरू की साथ ही रीता के बयान भी दर्ज किए हैं।
पीड़िता रीता ने होश आने पर बताया कि मैं पोस्टर बैनर बनवाने गई थी।
रास्ते में हाईवे पर लंभुआ के पास 3 लोगों ने मेरे गाड़ी को ओवरटेक करने लगा ।मेरी बेलोरो को रोका और गाली देते हुए जान से मारने की धमकी दी में ड्राइवर की कनपटी पर पिस्टल लगा दिया ।मैंने जब उन्हें इस पर तमाचा मारा तो उन्होंने मुझे गोली मार दी और भाग निकले।
कांग्रेस ने भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा को ट्वीट किया इसमें लिखा है लड़कियों को लड़ने से आप की पार्टी के जंगलराज में भाड़े के गुंडे रोक रहे हैं। महिलाओं की साड़ी
खींचने वाले कार्यों से इसी कायरता को उम्मीद है बेटियों की एकजुटता से डर गए अब बेटियों पर गुंडे छोड़ रहे हैं क्या यही सबका साथ सबका विकास है।
पीड़िता रीता यादव 27 दिसंबर को कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी से 17 दिसंबर को लखनऊ में मिली थी।
सूत्रों से पता चला है कि महासचिव प्रियंका गांधी रीता यादव को हाल-चाल लेने के लिए मंगलवार को सुल्तानपुर आएगी।
प्रधानमंत्री मोदी पूर्वांचल एक्सप्रेसवे का लोकार्पण करने के लिए सुलतानपुर पहुंचे थे ।इस दौरान रीता यादव ने 17 नवंबर को उन्हें काला झंडा दिखाया था ।तत्पश्चात पुलिस ने उसे गिरफ्तार करके जेल भेजा था। और 2 दिन बाद उनकी बेल हुई थी घटना के 1 महीना बाद तक वह सपा में रही थी लेकिन सम्मान नहीं मिलने पर वह 17 दिसंबर को लखनऊ में कांग्रेस जिला अध्यक्ष अभिषेक सिह राणा से मिली और कांग्रेस ज्वाइन की थी यानी 17 दिन बाद ही उन्होंने कांग्रेस ज्वाइन की थी।