कातिल कोरोना वैश्विक महामारी के तीसरे लहर को देखते हुए सोमवार से किशोरों का टीकाकरण शुरू हो रहा है। इसके लिए ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन लगभग 7 लाख हो गया हैं। हालांकि किशोरों सीधे टीका केंद्र जाकर भी रजिस्ट्रेशन करा सकते हैं यह भी व्यवस्था है।
हालांकि सबसे पहले 15 से 18 वर्ष आयु के बच्चों को टीका लगाए जाएंगे इस आयु वर्ग के लिए सिर्फ भारत बायोटेक की कोवैक्सीन को मंजूरी दी गई है।
कंपनी की दावा है कि उसकी वैक्सिंग व्यस्को की तुलना में किशोरों पर ज्यादा प्रभावी होगी।
भारत सरकार के केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मंडविया ने कहा कि राज्य और केंद्र शासित प्रदेशों से वैक्सीन मिक्सिंग से बचने के लिए विशेष इंतजाम करने को कहा गया है।
भारतीय किशोरों के टीकाकरण के लिए कोविड पोर्टल पर शनिवार से ही अलर्ट स्टेशन का कार्य शुरू हो गया है पोर्टल के रविवार शाम 7:00 बजे तक आंकड़ों के मुताबिक 6लाख से अधिक रजिस्ट्रेशन होने का सूचना है।
किशोरों को जारी दिशा निर्देश के मुताबिक टीकाकरण कोविन पोर्टल पर रजिस्ट्रेशन के साथ ही अपना स्पोर्ट यानी मौके पर भी रजिस्ट्रेशन की सुविधा प्रदान की गई है।
यह भी व्यवस्था की गई है कि दूरदराज गांव ,कसवा जहां इंटरनेट की सुविधा नहीं है किशोर सीधे टीका केंद्र जाकर रजिस्ट्रेशन करा सकते हैं और उन्हें तुरंत टीका भी लगाया जाएगा।
दिशा निर्देश के अनुसार सुचारू क्रियान्वयन को सुनिश्चित करने के लिए केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मंडविया ने राज्य और केंद्र शासित प्रदेशों के स्वास्थ्य मंत्री एवं विभाग के प्रधान सचिव के अतिरिक्त मुख्य सचिव स्वास्थ्य के साथ ऑनलाइन बैठक की अनुमति भी दी है।
और उन्होंने यह भी कहा कि 15 से 18 वर्ष वाले किशोरों को टीका लगाने वालों और टीकाकरण टीम के सदस्यों का ओरियंटेशन सुनिश्चित करने और लाभार्थियों को टीकाकरण केंद्रों की सही जानकारी मुहैया कराने का भी उचित सलाह दी।
केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री किशोरों को सिर्फ को को वैक्सीन ही लगाई जानी है इसलिए मंडावी ने टीकाकरण के दौरान वैक्सीन मिक्सिंग से बचने के लिए किशोरों के लिए अलग टीकाकरण केंद्र बनाने की अनुमति भी दी है।
एक बयान जारी कर स्वास्थ्य मंत्रालय की तरफ से कहा गया है कि राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों से कोविड पोर्टल का उपयोग करते हुए जिला स्तर पर लाभार्थियों के आधार पर वैक्सीन की आवश्यक डोज की जानकारी दें साथ ही पहले से तय टीकाकरण केंद्रों को कोवैक्सीन के विवरण की योजना बनाने को भी कहा गया है।
केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री के मनसुख मांडवीया के साथ राज्यों की ऑनलाइन बैठक में केंद्रीय स्वास्थ्य सचिव राजेश भूषण भी मौजूद थे इसमें कोरोना प्रबंधन के सभी पहलुओं पर विस्तार से चर्चा की गई जिसमें अस्पतालों में सुविधाओं को मजबूत करना जांच बढना और संक्रमण के प्रसार की चैन को तोड़ने के लिए सख्त उपाय करना शामिल था और कोरोनावायरस से बचाव के नियमों के अनुपालन पर विशेष जोर दिया गया।