बिहार बड़ी खबर आ रही है औरंगाबाद और उसके आसपास के जिलों में झमाझम बारिश से किसान बेहद परेशान है ।किसान खुश थे इस साल अच्छी फसल होने की संभावना थी। लेकिन कुदरत क्या जाने है बेमौसम बारिश में किसानों के अरमानों पर पानी फेर दिया।
2 दिनों से लगातार हो रही बारिश से औरंगाबाद के किसानों के सामने भुखमरी स्थिति खड़ा हो गया है।
कुछ दिन पहले किसानों अपने मेहनत से फसल काटकर खलियान लगाए थे ।खलिहान में फसल देख कर किसान के चेहरे पर मुस्कान देखने को मिल रहा था
और वह मुस्कान कुछ ही पलों में गम में बदल गया। किसान इस बात से चिंतित हैं कि सालों क्या खाएंगे और बच्चे को क्या चीज से पढ़ा पाएंगे घर में बैठे जवान बेटी को शादी कहां से करेंगे कुछ समस्याएं एका एक तूफान की तरह खड़े हो गए।
फसल अच्छी होने पर किसानों को मिट्टी की पिछले साल हुए नुकसान को भरपाई हो जाएगी लेकिन दिसंबर में लगातार दो दिन की झमाझम बारिश ने धान की फसल को नुकसान पहुंचाया है।
किसानों का खाली हाथ पर तैयार फसल बर्बाद होने के बाद खेतों में खड़ी बाकी की फसल से लागत और मेहनत निकालने की संभावना अब लगभग समाप्त हो रही है।
बेमौसम बारिश से खेतों से लेकर खलिहान तक फसल बर्बाद होने से किसान काफी मायूस और हतोत्साहित हैं।
किसानों ने कहा कि एक ओर तो खलियान पर तैयार फसल भीग गए। हैं दूसरी तरफ किसानों को यूरिया खाद की भारी किल्लत का सामना करना पड़ रहा है ।
किसान यूरिया खाद के लिए दौड़ लगा रहे हैं लेकिन उसके बावजूद भी यूरिया खाद नहीं मिल पा रही है ।
एक तो धान की तैयार फसल बर्बाद हुई और ऊपर से यूरिया नहीं मिलने से गेहूं की फसल भी नहीं होगी। जिसे किसान परेशान और बेहाल है।
कृषि पदाधिकारी रणवीर सिंह बताया कि जिले में धान की रोपनी देर से हुई थी ।और अब गेहूं की बुवाई भी देरी से हो रही है उन्होंने कहा कि यूरिया विभाग की तरफ से सरकार का एक पोस्ट निकाला है कि किस एरिया में फर्टिलाइजर यूरिया को भेजना है औरंगाबाद में यूरिया की कोई कमी नहीं है।